Missile क्या है किसने और कब बनाई ? विश्व की सबसे खतरनाक Missile


जंग या लड़ायी जब भी होती है तो इंसान अपने बचाव के लिए और दुश्मन को नेशतेनाबूत करने के लिए किसी ना किसी चीज़ का इस्तेमाल जरूर करता है जिसे हथियार कहा जाता है सूई से लेकर तलवार तक और पिस्तौल से लेकर तोप तक न जाने एसे ही कितने हथियार इंसान ने बनाए है उन मे से एक हथियार एसा भी बनाया गया है जिसके बनाए जाने के बाद दुनिया मे जंग भले ही कम हो गई है परंतु विनाश का खतरा भी उतना ही बढ़ गया है 


नमस्कार 

आज मै आपको बताऊँगा विश्व के एक एसे खतरनाक और घातक हथियार के बारे मे जिस से होने वाले विनाश के ख्याल से ही दुनिया का कोई भी देश किसी भी देश पर आक्रमण करने के बारे मे सो बार सोचता है क्योंकि वह इस बात से भी अच्छी तरह वाकिफ है की ऐसा करने के बाद उसका विनाश भी निश्चित है
मिसाइल इंसान द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे खतरनाक और घातक हथियार है दूसरे विश्व युद्ध के दौरान दुनिया की सबसे पहली मिसाइल जर्मनी के एक गाँव पेनमुड़ा जिसको बाद मे मिसाइल फैक्ट्री के रूप मे विकसित कर दिया गया था, मे दो वैज्ञानिकों वॉल्टर डॉर्नबर्गर और वर्नर वॉन ब्रॉन द्वारा बनायी गई थी बाद मे वहीं के वैज्ञानिकों ने ही अमेरिका और रूस के लिए भी मिसाइल बनायी थी बेशक आज अमेरिका और रूस मिसाइल और हथियार बनाने मे नंबर एक पर है परंतु विश्व मे सबसे पहली मिसाइल बनाने का दर्जा जर्मनी को ही प्राप्त है  इस विषय पे बात करें तो दुनिया मे भारत भी मिसाइल बनाने की इस दौड़ मे पीछे नहीं है भारत मे मिसाइलों का निर्माण DRDO यानी डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन द्वारा किया जाता है
 डीआरडीओ नयी-नयी टेक्नोलॉजी पर हमेशा रिसर्च करता रहता है| अभी तक डीआरडीओ द्वारा निर्मित मिसाइलें भारतीय थल सेना, वायुसेना और नौसेना में शामिल की गयी है | इन मिसाइलों की सहायता से भारतीय सेना अपनी सीमाओं की रक्षा कर रही है, डीआरडीओ द्वारा निर्मित मिसाइलों से दुश्मन देश को हमेशा डर बना रहता है| कुछ लोग रॉकेट को ही मिसाइल समझते है आपको बता दे की मिसाइल और रॉकेट मे अंतर होता है रॉकेट एक बार दागने के बाद अपनी दिशा से भटक सकता है  चुकि मिसाइल मे दिशा निर्देशक यंत्र लगा होता है जिसकी वजह से यह अपने लक्ष्य से कभी नहीं चूकती। मुख्यतः मिसाइल दो तरह की होती है क्रूज मिसाइल और बेलिस्टिक मिसाइल।
किसी भी फेकने वाले हथियार के साथ अगर दिशा निर्देशक यंत्र लगा दिया जाए तो उसे बेलिस्टिक मिसाइल कहते है यह दागने के बाद पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण को चीरती हुई सीधे ऊपर की तरफ सबसे ऊंची परत की ओर जाती है उसके बाद नीचे सीधी अपने लक्ष्य की तरफ आती है इसीलिए इसको बेलिस्टिक मिसाइल कहा जाता है। पहले बेलिस्टिक मिसाइल की रेंज 5000 km से 10000 km तक होती थी परंतु updated आंकड़ों के आधार पे इसकी रेंज 16000 km तक हो चुकि है  
क्रूज मिसाइल, क्रूज का हिन्दी अर्थ होता है समुंदरी यात्रा अर्थात जैसे हम समुन्द्र मे अपनी नाव को किसी भी दिशा मे घुमा सकते है उसी प्रकार क्रूज मिसाइल को दागने के बाद भी किसी भी दिशा मे घुमाया जा सकता है इसी वजह से इसको एक घातक हथियार माना जाता है। इस मे एक स्वचालित powerful इंजन लगा होता है जो इसकी स्पीड को नियंत्रित करता है और किसी भी दिशा मे लक्ष्य को चीर सकता है। हालांकि इसकी रेंज बेलिस्टिक मिसाइल से कम होती है।
क्रूज और बेलिस्टिक मिसाइल के भी कई प्रकार होते है जिनको रेंज, हथियारों, निर्देशन और संचालक शक्ति के आधार पर आँका जाता है।

चलिए जानते है विश्व की अब तक की सबसे खतरनाक मिसाइल कौन कौन सी है
अग्नी 6 यह मिसाइल भारत के पास है यह अंतर महाद्वीपीय बेलिस्टिक मिसाइल है इसकी range 8000 से 12000 km तक है इसको पंडुबी और भूमि दोनों लॉनचरों से लॉन्च किया जा सकता है इसमें 10 MIRV हथियार ले जाने की क्षमता है  इसका वजन 55000 से 70000 kg है

Dongfeng-41 या DF-41 चीन के पास है DF-41 परमाणु ठोस ईंधन वाली रोड मोबाइल इंटरकांटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 12,000-15,000 km है और दुनिया में कहीं भी सिर्फ 30 मिनट मे हिट करने की क्षमता रखती है और मैक 25 की शीर्ष गति है.  यह एक साथ 10 परमाणु हथियारों को ले जाने मे सक्षम है

LGM-30 Minuteman यह वायुसेना ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के साथ सेवा में यू.एस. भूमि आधारित इंटरकांटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 13,000 km है. यह 3 अलग-अलग परमाणु हथियारों को ले जा सकती हैं जो कि अलग-अलग स्थानों को लक्षित कर सकते हैं. यह अभी यू.एस. में एकमात्र भूमि आधारित इंटरकांटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल है.

R-36M2 रूसी इंटरकांटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल (ICBM) और अंतरिक्ष लॉन्च वाहनों की एक श्रृंखला है. इसे शीत युद्ध के दौरान डिजाइन किया गया था. इस श्रृंखला की मिसाइलों को दुनिया में सबसे शक्तिशाली मिसाइल कहा जाता है. R-36M2 का सबसे पहला प्रसारण 1974 में किया गया था और तब से लेकर अब तक R-36 श्रृंखला में कई बदलाव किए जा चुके हैं R-36M2 10 से अधिक हथियार या वारहेड एक साथ ले जा सकती है यानी यह एक बार मे 10 अलग अलग लक्ष्य भेद सकती है इसकी रेंज 10200 से 16000 km है  वास्तव में यह मिसाइल बहुत अधिक वजन ले जाने मे सक्षम है यह अब तक की विश्व की सबसे खतरनाक मिसाइल है
दुनिया मे अधिकतर देशों मे वैज्ञानिक रोजाना नए नए परीक्षण करते रहते है जिस से यह सुनिश्चित करना संभव नहीं है की किस देश के पास कितनी मिसाइल है यह सुरक्षा कारणों की वजह से भी छुपाया जाता है

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Missile क्या है किसने और कब बनाई? विश्व की सबसे खतरनाक Missile