टेलिविज़न की खोज किसने, कब और कहाँ की who discovered the television


टेलीविजन नाम दो शब्द ग्रीक परिफिक्श टेले और लैटिन शब्द विजिओ से मिलकर बना है जिसका शाब्दिक अर्थ दूर दृष्टि अर्थात टेलीविजन या टीवी होता है टेलीविजन की खोज जॉन लोगी बेयर्ड के द्वारा 1925 मे की गई थी बेयर्ड ने वर्ष 1924 में बक्से, बिस्किट के टिन, सिलाई की सुई, कार्ड और बिजली के पंखे से मोटर का इस्तेमाल कर पहला टेलीविजन बनाया था।  ये पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने 26 जनवरी, 1926 को ब्रिटेन के लंदन शहर में स्थित रॉयल इंस्टीट्यूशन से लंदन के पश्चिम में स्थित एक स्थान ‘सोहो’ में टेलीविजन संदेशों का सफल प्रसारण करके दिखाया था।
उनकी इस महान खोज के बाद दुनिया के पहले वर्किंग टेलीविजन का निर्माण 1927 में फिलो फा‌र्न्सवर्थ ने किया जिसको बनाने के बाद फिलो फा‌र्न्सवर्थ ने 1 सितंबर 1928 को उसे प्रैस के सामने पेश किया था उन दिनों यह लोगों के लिए किसी अजूबे से कम नहीं था क्योंकी इसमें लोग आवाज के साथ साथ चलचित्र भी देख सकते थे  पहला टीवी ब्लैक एण्ड व्हाइट था लेकिन उसके तीन साल बाद 1928 में जॉन लोगी बेयर्ड ने कलर टेलीविजन का आविष्कार किया और पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग 1940 में की गई जबकि इसे लोगों द्वारा 60 के दशक में अपनाया गया लेकिन बहुत से प्रयासों के बाद 1950 में रिमोट कंट्रोल वाला पहला टीवी बाजार में आ गया था जिसका रिमोट तार के जरिए टीवी सेट से जुड़ा होता था बाद मे 1955 में पूरी तरह से वायरलेस रिमोट कंट्रोल वाले टीवी की शुरुआत हुई थी
भारत में पहला टेलीविजन कोलकत्ता की एक अमीर नियोगी फैमिली ने खरीदा था वैसे भारत में टेलीविजन के इतिहास की कहानी दूरदर्शन से ही शुरू होती है। दूरदर्शन की स्थापना 15 सितंबर 1959 को हुई थी। दूरदर्शन का पहला प्रसारण 15 सितंबर, 1959 को प्रयोगात्‍मक आधार पर आधे घण्टे के लिए शैक्षिक और विकास कार्यक्रमों के रूप में शुरू किया गया था।
शुरुआती दिनों में दिल्ली में 18 टेलीविजन सेट लगे थे और एक बड़ा ट्रांसमीटर लगा था। इसके बाद दूरदर्शन धीरे धीरे पूरे देश मे फैलता चला गया और दिल्ली, मुम्‍बई, कोलकाता और चेन्‍नई में इसके प्रसारण की शुरुआत की गई। उस समय दूरदर्शन का प्रसारण सप्ताह में सिर्फ तीन दिन आधे-आधे घंटे का होता था। दूरदर्शन का 1965 में रोजाना प्रसारण होना शुरू हुआ।
तब इसको ‘टेलीविजन इंडिया’ नाम दिया गया था बाद में 1975 में इसका हिन्दी नामकरण ‘दूरदर्शन’ नाम से किया गया। यह दूरदर्शन नाम इतना लोकप्रिय हुआ कि टीवी का हिंदी पर्याय बन गया। भारत में सन 1982 से प्रथम नेशनल telecast की शुरुआत हुई थी।
1986 में शुरू हुए रामायण और महाभारत जैसे सीरियल्स को देखने के लिए लोगों में इतना उत्साह रहता था कि इस दौरान हर रविवार को सुबह देश भर की सड़कों पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा हो जाता था।
समय के साथ साथ टेलीविजन बेहतर से और भी बेहतर बनता चला गया शुरुआत मे जहां हमे भारी भरकम और ब बॉक्स वाले टीवी मिलते थे अब उनकी जंगह LCD (Liquid Crystal Display, 2007 में launch) और LED (Light Emitting  Diode ) ने ले ली है और भविष्य मे इनसे भी बेहतरीन टेक्नोलॉजी आ सकती है  

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